Azadi Ka Amrit Mahotsav: आजादी का अमृत महोत्सव क्या है. इस उत्सव का मतलब क्या है और इसे क्यों शुरू किया गया है इस बारे में पूरी जानकारी यहाँ से ले. आपने टीवी, न्यूज़ और कई पोस्टर में यह देखने को और सुनने को मिला है की “आजादी का अमृत महोत्सव” या “आजादी का 75 वर्ष अमृत महोत्सव”.
आइये आज़ादी का अमृत महोत्सव के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बाते जानते है.
आजादी का अमृत महोत्सव क्या है?
आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की ओर से की जाने वाली एक पहल है.
जैसे की आपको पता है की 15 अगस्त 1947 में भारत को स्वंत्रता मिली. इस हिसाब से 15 अगस्त, 2022 को भारत देश की स्वंत्रता की 75वाँ साल पूरा हो गया है.
वही वर्तमान प्रधान मंत्री श्रीमान नरेन्द्र मोदी जी ने 12 मार्च 2021 को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में आज़ादी का अमृत महोत्सव का उद्घाटन किया था. यह महोत्सव 15 अगस्त 2023 तक चलेगा.
आज़ादी का अमृत महोत्सव की जश्न मनाने की कुछ ठोस कारण है. जैसे –
- 15 अगस्त के दिन भारत देश को अंग्रोजो की गुलामी से आज़ादी मिली है.
- आजादी का अमृत महोत्सव एक स्वतंत्रता का उत्सव है जो हर 25 साल में मनाया जाता है.
- यह पहल भारत के स्वतंत्रता दिवस की और आजादी की 75वीं वर्षगांठ है.
- भारत के प्रधान मंत्री द्वारा 12 मार्च 2021 को “आजादी का अमृत महोत्सव” पहल की घोषणा की गई थी.
- यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और जश्न मनाने के लिए.
- आज की युवा पीडी को बताना है भारत की कुर्बानियां के बारे में.
- इस महोत्सव के माध्यम से भारत देश की लोगो को स्वतंत्रता और लोकतंत्र की सही मायने समझाना.
आज़ादी का अमृत महोत्सव उन गुमनाम नायको की कहानियाँ, बलिदान, आज़ादी के लिए कुर्बानी को जीवंत करने में मदद करता है. यह महोत्सव सभी भारतीय को याद दिलाती है की आज़ादी के लिए किन किन चुनोतियाँ का सामना करना पढ़ा और क्या-क्या कुर्बानियां भारत को देनी पढ़ी.
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