Best Hill Station is Assam

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Best Hill Station In Assam: Assam भारत के North-East में है जो चारो ओर से घिरा हुआ है. असम बांग्लादेश और भूटान दोनों के बिच में स्तिथ है. असम की राजधानी दिशपुर है.

असम, प्राकृतिक सुंदरता और विविध इतिहास का खजाना भी है, वो इस लिए क्युकी असम भारत देश के सबसे कम खोजे गए क्षेत्रों में से एक है, जो इसे एक बेदाग, अछूता भाग देता है.

Asia का सबसे बड़ा नदी द्वीप भारत के असम राज्य में ही स्तिथ है और इसके साथ साथ असम में ही पाया जाता है one horned Rhino जो असम को ओर भी ज्यादा खाश बनाती है. अगर आप असम घुमने जाना चाहते है तो हमारी इस लेख से आपको बहुत सारी जानकारिया मिलेगी इस लिए इस पोस्ट को पूरा जरुर पड़े.

तो आइये जानते है असम की कुछ खाश टूरिस्ट प्लेस के बारे में.

Best Hill Station is Assam

Best Hill Station is Assam 

Haflong : असम का एक शहर और खुबसूरत टूरिस्ट पैलेस

हाफलोंग एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो असम की डीमा हसाओ जिले में स्तिथ है. हाफलोंग अपनी खूबसूरत पहाड़ियां, भब्य घाटियां और प्राकृतिक नजारों के लिए जाना जाता है.

हाफलोंग के यह खूबसूरत जगह पकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है. हाफलोंग में एक बहुत बड़ा और बहुत खुबसूरत झील है जिसे देखने लाखो लोग आते है. इस झील की खुबसूरत बात यह है की जितने भी सैलानि हेया आते है वह सब इस झील को देख मोहित हो जाती है.

Kajiranga Natational Park : असम का सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्दान

काजीरंगा नेशनल पार्क भारत के असम राज्य के गोलाघाट और नगांव जिले में स्थित है, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान दुनिया का एक ऐसा नेशनल पार्क हैं, जो एक सींग वाले गैंडों की सबसे अधिक आबादी के लिए प्रसिद्ध है. इस राष्ट्रीय पार्क को 1985 में विश्व विरासत स्थल के रूप में घोषित किया गया है.

काजीरंगा नेशनल पार्क की इन्ही सब चीजे इन्हें और भी ज्यादा खास बनाती है. इस पार्क की और एक खाश बात तो यह है की इस पार्क को भारतीय बाघों का घर कहा जाता है, और साथ ही में इस पार्क में कई तरह के जीव भी पाए जाते हैं.

काजीरंगा के जल समुदाय और जंगल समुदाय इस पार्क को और भी ज्यादा खूबसूरत बानाने में लगी है. जिससे यहां पार्क आने वाले समय में पर्यटकों को एक अलग ही अनुभूति का एहसास प्रदान करेगा.

Guwahati:

गुवाहाटी असम का सबसे बड़ा शहर होने के साथ साथ एक खुबसूरत पर्यटक स्थल भी है. प्राचीन समय में गुवाहाटी को प्रागज्योतिस्वर नाम से जाना जाता था, बात करे अगर गुवाहाटी शहर के टूरिज्म की तो यह शहर उस मामले में भी किसी से कम नहीं है. यहाँ की प्राचीन मंदिरों, वन्यजीव अभयारण्यों, ब्रह्मपुत्र की प्राकृतिक सुंदरता और इसकी अनोखी संस्कृति गुवाहाटी को एक बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाता है.

इसके अलावा गुवाहाटी में एक चिड़ियाघर भी है जिसे लोग असम राज्य चिड़ियाघर के नाम से जानते हैं, और यह उत्तर-पूर्व भारत का सबसे बड़ा चिड़ियाघर भी है.

इस चिड़ियाघर में बहुत सारी विभिन्न जाति-प्रजाति के जानवर भी देखने को मिलते हैं. हर दिन काफी ज्यादा मात्रा में पर्यटक इस चिड़ियाघर में घुमने के लिए आते है, और यहाँ बाघ, भालू, हाती, हिरण, जैसे जानवरों को देखते है और आनंदमयी हो जाते है,

Majuli Island :

माजुली दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है जो असम राज्य के ब्रह्मपुत्र नदी पर स्थित है. माजुली का जिला मुख्यालय जोरहाट शहर है जो यहाँ से 20 किमी की दूरी पर स्तिथ है.

जो लगभग 860 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. यहाँ की खूबसूरती और संस्कृति लोगो को और भी ज्यादा आकर्षित करती है, यह सुन्दर नदी द्वीप अपने अन्दर कई खूबसूरत और रोचक पर्यटक स्थलों को समेटे हुए है, जो यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का कारण बनती है.

माजुली द्वीप में और भी बहुत सारे खुबसूरत जगह मजूद है जहा आप घुमने के लिए जा सकते है, यहाँ के प्रशिद्ध स्थान दखिनपाट सात्रा, गरमुर माजुली, तेंगपनिया और औनाती सात्र जैसे ओनोखी पर्यटक स्थल है. इसके साथ साथ आप यहा बहुत सारे खेलों में भी हिस्सा ले सकते है और खेल भी सकते है.

बात करे की माजुली में घुमने के सही समय के बारे में तो सर्दियों का मौसम माजुली द्वीप घूमने के लिए सबसे अच्छा समय होता है. क्युकि इस समय यहाँ का ठंडा तापमान और लुभावनी फुहारें जो इस सुरम्य जगह को और भी ज्यादा सुंदर बना देती हैं.

Rang Ghar

रंग घर असम राज्य के प्राचीन काल का एक दो-मंजिला इमारत है. जो 18बी सदी में असम के राजा स्वर्गदेव प्रमत्ता सिंह द्वारा निर्माण किया गया था. यह इमारत लगभग 10 मीटर ऊँचा है जो एक शाही खेल मंडप है.

यहाँ विशेष रूप से बिहू महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पारंपरिक खेलों जैसे भैंसों और हाथी की लड़ाई आदि को देखने के लिए बनवाया गया है. इस ईमारत में असम के अहोम काल की बास्तुकला और समृद्ध मनोरंजन के नायाब उदहारण देखने को मिलेगा.

आप जैसे ही रंग घर के भीतर प्रवेश करेगें, आपको यहाँ अनुखी मूर्तियों के साथ सजाए गए मेहराब की श्रृंखला भी देखने को मिलेगी. उसके अलाबा इस रंग घर के भीतर से एक सीढ़ी सीधे ऊपर की ओर जाती है, जहाँ से राजसी और गणमान्य व्यक्ति विशेष योजना और घटनाओं का आनंद लेते थे.

इसके आलबा इस ईमारत की खाश बात यह है की यह ईमारत के लाल इट, बिशेष प्रकार के चावल और अंडो से सजाया गया है.

कामख्या मंदिर

कामाख्या देवी मंदिर का निर्माण मध्यकाल के दौरान किया गया है, इस मंदिर को माँ कामाख्या या इच्छा की देवी भी कहा जाता है. यह मंदिर भारत के उत्तर पूर्व में असम राज्य की राजधानी गुवाहाटी शहर के पश्चिमी भाग में नीलाचल पहाड़ी के मध्य में स्थित है. माँ कामख्या की इस मंदिर को 51 शक्तिपिठो में सबसे पबित्र और सबसे पुराना माना जाता है.

कहा जाता है कि यह मंदिर देवी के रजस्वला की वजह से अधिक प्रसिद्ध है. भारत में सबसे ज्यादा तांत्रिक गतिभिधिया भी इस मंदिर में होता है. इस मंदिर में एक चट्टान के बनी योनि है जिसमें से कभी कभी रक्त का निर्वहन होता है जिसे देखने के लिए लाखो भक्त इस मंदिर में आते है. यह मंदिर गुवाहाटी शहर से लगभग 8 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है.

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