Meghalaya के वादियों से भरा, विश्व रिकॉर्ड बनाया हुआ जगह, जाने कौन से हैं

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मेघालय भारत का पूर्वी राज्य है, जिसकी राजधानी शिलांग हैं. भारत के ब्रिटिश शासन के दौरान, ब्रिटिश शाही अधिकारियों ने इसे “पूर्व का स्कॉटलैंड” नाम दिया था। संस्कृत भाषा में मेघालय का अर्थ है ”मेग या बादलों का निवास स्थान “.

इस राज्य का नाम मेघालय इसीलिए है क्यों कि यहाँ साल भर भीषण बारिस होता रहता है। यह जगह बहुत ही शांत और स्वच्छ जगह है इस लिए यहाँ पर लोग जाना बहुत ही पसंद करते है.

Meghalaya Best Tourist Places In Hindi
Meghalaya Best Tourist Places In Hindi

मेघालय अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण, खूबसूरत पहाड़े, झरने, नदिया और हरे-भरे घास के मैदानों के लिए काफी ज्यादा पसंद किया जाता है. बात करे मेघालय पर्यटन की तो यहां साल भर लोग आते रहते है.

इस के आलबा मेघालय की सबसे खुबसूरत शहर है चेरापूंजी जो शिलांग शहर से लगभग 56 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है, और शिलांग मेघालय राज्य का केंद्र भी है.

Meghalaya Best Tourist Places In Hindi

राजधानीशिलांग 
जनसंख्या34.4 Lakhs
भाषाएँखासी, गारो, अंग्रेजी 
जलवायुशिलांग ग्रीष्मकाल 25 डिग्री से 15 डिग्री और शीतकाल 16 डिग्री से 4 डिग्री 
मानसूनजून से सितंबर

Shillong – Scotland of the East

शिलांग मेघालय की राजधानी है और एक फेमस हिल्स स्टेशन भी है। आपको बता दें, शिलांग का नाम U-Shyllong देवता के नाम पर रखा गया था।

शिलांग को “बादल का निवास” भी कहा जाता है । शिलांग शहर के चारों ओर लुढ़कती पहाड़ियां अंग्रेजों के स्कॉटलैंड के जैसी है। इसी लिए इस जगह को ‘Scotland of the East’ भी कहा जाता है।

शिलोंग में घुमने के लिए सबसे अच्छी जगह उमियम झील है. उमियम झील एक मानव निर्मित जलाशय है. शिलांग के उत्तर में 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह झील। जो लोगो को घुमने के लिए बहुत ही पसंद आती है.

यहां आप कई तरह के वॉटर स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं जैसे कयाकिंग, बोटिंग आदि। ये जलाशय घने शंकुधारी जंगलों से घिरा हुआ है और लगभग 222 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।

शिलांग में एक और जगह है हाथी झरना यहाँ पर आप अपने परिवार के साथ घुमने के लिए जा सकते है. झरने का नाम इसके तल पर एक चट्टान से मिला है जो एक हाथी की तरह दिखाई देता है।

इसके जैसे बहुत सारे जगह शिलांग में है जहाँ लोग जाना बहुत पसंद करते है पुलिस बाजार, एलीफेंट फॉल्स, शिलांग पीक, वार्डस झील, डॉन बोस्को म्यूजियम, मैरी का कैथेड्रल ईसाइयों की सहायता आदि.

Cherapunji – अधिकतम वर्षा का विश्व रिकॉर्ड

चेरापूंजी राज्य मेघालय में पूर्वी खासी हिल्स जिले का एक शहर है. चेरापूंजी को ‘सोहरा’ के नाम से भी जाना जाता है। चेरापूंजी में एक वर्ष में अधिकतम वर्षा प्राप्त करने का विश्व रिकॉर्ड है।

चेरापूंजी देश भर में न केवल अपनी वर्षा के लिए जाना जाता है बल्कि अपने प्राकृतिक दृश्यों के लिए भी काफी लोक्रप्रिय है। यदि आपको बारिश ज्यादा पसंद है तो आप एकबार इस जगह में जाइये येकीन मानिये यहाँ की खूबसूरती देख दंग रह जायेंगे.

यह अपने आकर्षक स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है जिसमें डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज, नोहकलिकाई जलप्रपात, मवसमाई गुफा आदि के लिए जाना जाता है।

Juwai – एक बहुत ही सुन्दर स्थल

जुवाई जयंतिया हिल्स जिले में स्थित है. जुवाई शिलांग से 66 km के दूरी पर स्थित है. जोवाई, चेरापूंजी की तरह ही एक ऐसा गंतव्य होने पर गर्व करता है जो एक सुंदर ड्राइव और झीलों, विशाल खुली घाटियों और झरनों के लिए बहुत पसंद किया जाता है।

यहाँ के प्रशिद्ध जगह में से थडलास्केन झील और लालोंग पार्क पर्यटको को बहुत ही लुभाती है. इसके अलावा सिंटू कसीर जो मिंटडु नदी के तट पर स्थित है यह जगह भी पर्यटकों को बहुत ज्यादा आकर्षित करता है.

ओर यदि यहाँ के त्यौहार के बात करे तो बेहदींखलम, चाड सुकरा और लाहो नृत्य जैसे त्यौहार हर साल भारत भर से कई पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

Double Dacker Living Root Bridge

मेघालय के घने उष्णकटिबंधीय जंगल में स्थित, वर्ष के अधिकांश भाग के दौरान बारिश से आच्छादित, जीवित जड़ पुलों के शानदार मानव निर्मित सह प्राकृतिक चमत्कार हैं Double Dacker Living Root Bridge ।

आप यदि कभी मेघालय जाते है तो इस जगह में जरुर एक बार जाइयेगा. यहाँ पर आप बहुत ही शानदार दो पुल देख पायेंगे जो इक के ऊपर और एक है जिसे आपने कभी नाही देखा होगा.

Balpakram National Park

मेघालय में दक्षिणी गारो हिल्स में स्थित है Balpakram National Park. तुरा से लगभग 167 किलोमीटर दूर, बलपक्रम राष्ट्रीय उद्यान समुद्र तल से लगभग 3,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।

पार्क एक प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है जो अपनी प्राचीन सुंदरता के लिए जाना जाता है। बलपक्रम शब्द का अर्थ है ‘निरंतर हवाओं की भूमि’, और राष्ट्रीय उद्यान को आकर्षक अनुग्रह और लुभावने दृश्यों से इस पार्क को नवाजा गया है।

मेघालय सरकार ने अंततः महत्वपूर्ण प्रजातियों और इसके पौराणिक संघों के संरक्षण में इस क्षेत्र के महत्व को महसूस किया; और 15 फरवरी 1986 में बालपक्रम राष्ट्रीय उद्यान का निर्माण किया।

आज, यह क्षेत्र जीवों और वनस्पतियों की असंख्य प्रजातियों का दावा करता है। इन प्रजातियों में दुर्लभ लेसर पांडा, इंडियन बाइसन और स्टैग जैसे सीरो शामिल हैं।

बहुत दुर्लभ औषधीय जड़ी-बूटियों की एक किस्म, जिन्हें स्थानीय रूप से ‘डिकेज’ के रूप में जाना जाता है, यह सब बालपक्रम में भी प्रचुर मात्रा में उगती हैं।

Mawsmai cave – पृथ्वी पर सबसे नम स्थान

चेरापूंजी से लगभग 6 किमी की दूरी पर स्थित, मावसई गुफा चेरापूंजी में मुख्य पर्यटक आकर्षणों में से एक है, जिसे पृथ्वी पर सबसे नम स्थान के रूप में माना जाता है।

ये शानदार गुफाएं चूना पत्थर से बनी हैं और काफी लंबी और गहरी हैं। हालांकि, पर्यटक इसके अंदर केवल 150 मीटर की दूरी तय कर सकते हैं और शेष गुफाएं पर्यटकों के लिए बंद हैं।

मावसई गुफाएँ राज्य की एकमात्र ऐसी गुफाएँ हैं जो अच्छी तरह से प्रकाशित हैं और इसे देखने के लिए आपको किसी गाइड की आवश्यकता नहीं होगी।

Garo Hills – दुनिया की सबसे गीली जगहों

गारो हिल्स भारत के मेघालय में गारो-खासी रेंज का हिस्सा हैं। वे मुख्य रूप से आदिवासी निवासियों द्वारा बसे हुए हैं, जिनमें से अधिकांश गारो लोग हैं। यह दुनिया की सबसे गीली जगहों में से एक है। रेंज मेघालय उपोष्णकटिबंधीय वन क्षेत्र का हिस्सा है।

नीचे गारो हिल्स और उसके आसपास के स्थान हैं जो पर्यटकों को बहुत ही पसंद आती है. आप कभी भी यदि मेघालय जाते है या जाने का प्लान बना रहे है तो इन जगह में एकबार जरुर जियेगा.

  • Nokrek Peak
  • Tura Peak
  • Imilchang Dare
  • Napak Lake
  • Siju Caves

Nohsngithiang Falls

चेरापूंजी से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित नोहसंगिथियांग फॉल्स, भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है और चेरापूंजी में एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। चूंकि यह मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के मावसई गांव में स्थित है.

इसलिए इसे मावसई जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। नोहसिंगिथियांग जलप्रपात लगभग 1033 फीट की ऊंचाई से गिरता है, जो सात अलग-अलग खंडों में विभाजित है.

जो इसे सेवन सिस्टर वॉटरफॉल का विशेष नाम देता है। झिलमिलाता जलप्रपात मौसमी है और केवल बरसात के मौसम में चूना पत्थर से ढकी पहाड़ियों पर गिरता है।

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